और के स्तित्व का यहाँ |
एक ये मेरा जीवन है,
और, ये एकमात्र
मेरा एकत्व है |
ऊपर कौन भगवान,
और, नीचे कौन शैतान,
कुछ मायने नहीं
किसी के भी यहाँ |
कुछ है तो,
मिला जुला कर
मैं ही हूँ बस |
कोई और नहीं यहाँ ,
बस एक मैं हूँ
और एक मेरा एकत्व है |
ये सभ्यता समाज,
ये दोस्त परिवार ,
सब क्षणिक हैं |
ये रंग रूप,
ये दौलत शोहरत,
सब सामयिक हैं |
जो कुछ अक्षय है,
वो एक मैं हूँ बस |
एक मेरा जीवन है,
और एक ये मेरा एकत्व है |