Friday 22 May 2020

एकत्व

कोई अर्थ नहीं, किसी 
और के स्तित्व का यहाँ | 
एक ये मेरा जीवन है, 
और, ये एकमात्र 
मेरा एकत्व है |

ऊपर कौन भगवान,
और, नीचे कौन शैतान,
कुछ मायने नहीं 
किसी के भी यहाँ | 
कुछ है तो, 
मिला जुला कर 
मैं ही हूँ बस |
कोई और नहीं यहाँ ,
बस एक मैं हूँ 
और एक मेरा एकत्व है |

ये सभ्यता समाज,
ये दोस्त परिवार ,
सब क्षणिक हैं |
ये रंग रूप, 
ये दौलत शोहरत, 
सब सामयिक हैं | 
जो कुछ अक्षय है, 
वो एक मैं हूँ बस | 
एक मेरा जीवन है, 
और एक ये मेरा एकत्व है |

Sunday 17 May 2020

वक़्त वक़्त की बात

वक़्त वक़्त की बात है,
कल जो खुदा था,
आज वही जुदा है |
बस वक़्त वक़्त की बात है |

कल जिन टूटी पलकों को
हाथों पर रख कर,
आँखें मूँद कर,
दुआएं माँगा करते थे,
और फिर हलके से फूँक कर
जिन्हे हम उड़ा देते थे,
आज वही टूटी पलकें
आँखों में चुभती हैं,
और मैं फिर से
उन्हें फूँक लगा कर
उड़ा देता हूँ |

वक़्त वक़्त की बात है,
कल जो दुआ थी हमारी,
आज वही दवा का सबब है |
बस वक़्त वक़्त की बात है |