Wednesday 25 March 2020

जहर का प्याला

तुमने अपने हाथों में जो
थाम रखा है, वो
जहर का प्याला है |
जिस पल वो ज़हर
तुम्हारे लबों में लगेगा ,
उस पल में फिर
चाहे तुम समुद्र मंथन का
अमृत ही क्यों न पी लो,
तुम्हारी मृत्यु निश्चित है |

आखिर,
ये तुम्हारा निर्णय है |
तुम चाहो तो,
उस प्याले को
नकार सकते हो |
प्यास से सही, पर
तुम्हारी मृत्यु निश्चित है |

अगर जीवन से इतना ही
मोह है तुम्हें,
तो सुनो,
तुम खुद के लिए
नया प्याला क्यों
नहीं ले आते हो ?  

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